महाकाल मंदिर के काम आएगा गाय का गोबर, बनेगा प्रसाद

उज्जैन. जल्द ही बाबा महाकाल का लड्डू प्रसाद गोबर गैस के माध्यम से बन सकेगा। इसके लिए १३ लाख रुपए की लागत से श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की चिन्तामण जवासिया गोशाला में बायोगैस संयत्र बनाया जा रहा है। यहां गाय के गोबर से गैस बनाई जाएगी। रविवार से इसका कार्य शुरू कर दिया गया है। सात दिन में प्लांट काम करना शुरू कर देगा। यह कार्य जिला पंचायत के माध्यम से गोवर्धन योजना के अंतर्गत निर्माण एजेन्सी उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। यह प्लांट 45 घन मीटर की मात्रा का है।
इस प्लांट के माध्यम से निर्मित गैस से प्रबंध समिति की चिंतामण जवासिया स्थित लड्डु प्रसाद निर्माण इकाई एवं श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के छात्रावास की भोजनशाला के उपयोग के लिए प्रतिदिन लगभग 2 सिलेण्डर (14.2 किलोग्राम) गैस बन सकेगी। वैकल्पिक ईंधन के रूप में गोबर गैस कम खर्च में अधिक लाभ देने वाला साबित हो सकता है। साथ ही प्रतिदिन लगभग 2 सिलेंडर गैस की बचत भी होगी। भविष्य में उससे निकलने वाली स्लरी का उपयोग जैविक खाद के रूप मे मंदिर के बगीचे में या विक्रय भी किया जा सकता है।

अन्नक्षेत्र में खाद्यान्न सामग्री दान

महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए मुंबई के पनवेल से आए मंजरी जोशी, राजेन्द्र देशमुख, अमिता वीरकर अन्नक्षेत्र की व्यवस्था को देखकर प्रभावित हुए तथा अन्नक्षेत्र में खाद्यान्न सामग्री भेंट की। मंजरी जोशी ने 100 किलो शक्कर व 15 किलो घी दान किया। राजेन्द्र देशमुख ने 100 किलो शक्कर, 100 किलो आटा, 100 किलो चावल, 30 किलो तुअर दाल व 15 किलो घी व 15 किलो तेल तथा अमिता वीरकर ने 01 टीन तेल दान में दिया।

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